Corona संकट के बीच जीवीके ईएमआरआई कंपनी ने प्रदेश में अपनी सेवाओं को बंद करने की फिराक में है। 15th जुलाई से जीवीके ईएमआरआई प्रदेश में अपनी एमर्जेंसी सेवाओं को बंद कर सकती है। साथ ही कंपनी की ओर से इसके संकेत भी मिले हैं। जीवीके ईएमआरआई की तरफ से अपने सभी फील्ड एवं ऑफिस कर्मचारियों को टर्मिनेट करने के ऑर्डर दे दिए हैं। और इन आदेशों में साफ कहा गया है कि प्रदेश में कंपनी अब 15th जुलाई के बाद अपनी सेवाएं नहीं देगी। बता दे की कंपनी की ओर से मिले टर्मिनेशन लैटर के बाद कर्मचारियों में काफी हड़कंप मचा हुआ है और बेरोजगारी का खतरा उनके सिर पर मंडरा रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कंपनी ने फील्ड के करीब 1200 कर्मचारियों, जिनमें से 108 एंबुलेंस चालक, ईएमटी एवं 102 में सेवाएं प्रदान कर रहे कर्मचारी शामिल हैं, और इसके के अलावा सोलन के धर्मपुर स्थित मुख्य कार्यालय में तैनात 100 से अधिक कर्मचारियों यानी कुल मिलाकर करीब 1300 कर्मचारियों को टर्मिनेशन के ऑर्डर दिए हैं।
जीवीके ईएमआरआई की ओर हवाला दिया जा रहा है कि कंपनी की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। और हर माह लाखों रुपए की अदायगी कर्मचारियों के वेतन एवं अन्य खर्चों के लिए करनी पड़ रही है। और इस विषय को लेकर कई बार राज्य सरकार से भी बात की गई है ,परन्तु सरकार की ओर से कोई सकारात्मक रवैया नहीं अपनाया गया। और मजबूरन कंपनी प्रबंधन ने यह निर्णय लिया है कि प्रदेश में चलने वाली इस एमर्जेंसी सेवा को 15 जुलाई से बंद कर दिया जाएगा। साथ ही कंपनी का कहना है कि बीते कुछ माह से वे वेतन अथवा अन्य खर्चों को चलाने के लिए कंपनी के हैड ऑफिस पर निर्भर हैं। और हर माह 40 से 50 लाख रुपए हैड ऑफिस से लेना पड़ रहा है। और इस कारण अब कंपनी भी हर बार पैसे खर्च नहीं कर सकती है। उन्होंने सरकार से मांग की कि प्रदेश में चल रही इस सेवा को सूचारू रखने के लिए कोई उचित कार्रवाई की जाए। और गौर रहे कि जीवीके ईएमआरआई दिसंबर 2010 से प्रदेश में एमर्जेंसी सेवा प्रदान कर रही है।
न्यूज़ सोर्स: https://www.divyahimachal.com/2020/07/kal-se-108-ambulance/