मनाली में 16 वीं सदी में बना हिडिंबा मंदिर मनाली के खास टूरिस्ट प्लेस में से एक है। अपार दैवीय शक्तिया प्राप्त कर अनेको असुरो का संखार करके राक्षस से देवी बानी महाकाली स्वरूप कुलु मनाली की अराध्य देवी हिडिंबा माता पर लोगो की आपार आस्था है। ज्येष्ठ संक्रांति को माता हिडिंबा ने अपनी दैवीय शक्तियओ से अनेको असुरो का नाश कर माता दुर्गा के रूप में प्रकट हुई। कुलु मनाली के ऋषि-मुनियों ख़ुशी उलाश से माता का स्वागत किया। सबका मानना है हिडिंबा माता के दर्शन मात्र से ही मन की हर मुराद पूरी हो जाती है।
शान है हिडिंबा मंदिर मनाली की
गर्मियों से सर्दियों तक टूरिस्टों से भरे कुल्लू – मनाली की शान है हडिम्बा माता मंदिर। मना जाता है मनाली में आकर बिना Hadimba Devi के दर्शन सफर अधूरा मन जाता है। मनाली में माता के दर्शन केलिए लगी रहती है लम्बी लाइन। देवदार के घने और ऊँचे जंगलो के बिच स्थित 82 फुट ऊँचे पगौड़ा शैली वाले मंदिर को कुल्लू मनाली के राजा बहादुर ने 1553 में बनबाया था।
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