हिमाचल प्रदेश के चम्बा जिले में स्थित मनमोहक ऊँची पहाड़ी पर स्थित है खज्जियार। खज्जियार में चीड़ और देवदार के ऊँचे लम्बे हरे भरे पेड़ो के बिच में बसा है दुनिया के 160 मिनी स्विट्जरलैंड में से एक मिनी स्विट्जरलैंड खज्जियार है। यहां आकर दुनिया भर के पर्यटकों को आत्म शांति और मानसिक सकून मिलता है। यदि गर्मियों के महीने में जैसे अप्रैल के बाद मई-जून में झुलसाने वाली गर्मी से छुटकारा बने के लिए पर्यटकों के लिए एक थम सही है। यह के मौसम में एक अलग सी हे मस्ती का अनुभब होता है। यही कारण है की दूर- दूर से लोग यहां पिकनिक
मानाने आते है।
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हिमाचल प्रदेश खज्जियार पर्यटक स्थल
भारत की राजधानी दिल्ली से 571.3 km की पर स्थित हिमाचल प्रदेश के जिला चम्बा में Mini Switzerland Khajjiar दुनिया भर के 160 मिनी स्विट्जरलैंड में से एक माना जाता है। चम्बा में स्थित खज्जियार को हजारो साल पुराने मंदिर खज्जी नागा के नाम से जाना जाता है। १०बी शताब्दी में ये धार्मिक खज्जी नागा मंदिर स्थल पहाड़ी पर बनाया गया है और यहाँ नागदेब की पूजा होती है। परन्तु यहाँ पर्यटक 1951 मीटर की ऊँचाई पहाड़ी पर स्थित मिनी स्विट्जरलैंड की खूबसूरती और मन मोहक हवा का आनद उठाने आते है। मिनी खज्जियार में दिन भर मौसम बहुत सुहाना रहता है पर शाम होते ही यहां का मौसम नई आंकडाई (मनमोहक )लेता है, की पर्यटक हलके कपडे पहन कर घूमने के लिए निकल पड़ते है।
खज्जियार का मुख्य आकर्षण केंद्र
चीड़ और देवदार के ऊँचे ऊँचे वृक्षों से ढ़के मैदानी क्षेत्र में एक लेक है जिसे Khajjiar Lake के नाम से जाना जाता है। पर्यटकों के आकर्षण का मुख्य कारण यह लेक है। और लेक के बीचो बीचो में टापूनुमा दो ऐसी जगह है जहा जाकर पर्यटकों का मन रोमांचित और आकर्षण से भर जाता है। माना जाता है इन्ही बिशेस्ताओ के कारण चम्बा के राजा ने इसे अपनी राजधानी बनाया था। यहाँ गर्मियों के समय मौसम ठंडा और बहुत सुहाना रहता है। और यहाँ कई तरह के खेल आयोजित किये जाते है। अगर आप गोल्फ खेलने के शौकीन है तो यह पहाड़ी स्थान आपके लिए एक दम सही है।
खज्जियार की लोकप्रियता
माना की Mini Khajjiar Tourist Complex की छोटा है, परन्तु लोकप्रियता में यह बड़े – बड़े हिल सटेशनो से कम नहीं माना जा सकता है। और न ही पर्यटकों को यहां पहुंचने में कोई परेशानी होती है। यहां निर्माण विभाग के रेस्ट हाऊस के पास ही देवदार के एक सामान 6 ऊंचाई की शाखाओ बाले पेड़ो को 5 पांडवों और छठी द्रोपती के प्रतीक रूप में माना जाता है। यहां से थोड़ी दूर 1 k m की दुरी पर कालटोप वन्य जीव अभ्यारण्य में एक सामान ऊंचाई वाले 13 देवदार के पेड़ है। जिस में से एक को मदर ट्री के नाम से जाना जाता है। यहां सैलानियों को कई तरह के पशु पक्षी और जनबरो के दर्शन हो जाते है। स्विज राजदूत ने यहां की खूबसूरती से मनमोहक से आकर्षित होकर 7 जुलाई 1992 को खज्जियार को हिमाचल प्रदेश का मिनी स्विट्जरलैंड की उपाधि दी गई। यहां आकर मनो ऐसा लगता प्रकृति ने झील के चारों हरी भरी घास की चादर बिछा।
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