हिमाचल प्रदेश विधानसभा
और उन्हें अब जान से मारने की धमकी मिल रही है। महाराष्ट्र सरकार की कार्रवाई अशोभनीय है। कंगना रणौत को दिए नोटिस के जवाब आने से पहले उनके कार्यालय को तोड़ दिया गया तथा मुंबई हाईकोर्ट ने बीएमसी की कार्रवाई पर स्टे भी लगाया है, परन्तु उससे पहले ही कार्रवाई हो गई। और उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा ने भी कंगना रणौत के खिलाफ प्रीवलेज लाया है।
इसके बाद CM जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की बेटी कंगना रणौत ने तो केवल आवाज उठाई थी। और ऐसे में इस तरह की कार्रवाई करना बिल्कुल गलत है। CM जयराम ठाकुर ने कंगना रणौत का घर तोड़ने की निंदा की। और कहा कि कंगना रणौत की सुरक्षा का ध्यान रखा गया है। और पिछले दिनों कंगना रणौत की बहन ने संपर्क किया और उनके पिता ने लिखित में सुरक्षा की मांग की थी और इन परिस्थितियों को देखते हुए उन्हें घर में सुरक्षा दी गई थी। उन्हें पीएसओ भी दिया गया है। केंद्र सरकार ने उन्हें वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा देते हुए CRPF के 11 कमांडो उनकी सुरक्षा में रखे हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि हिमाचल सरकार उनके खिलाफ हो रहे व्यवहार से चिंतित है।
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