हिमाचल प्रदेश में लंपी वायरस (lumpy virus
हिमाचल प्रदेश सरकार ने प्रदेश स्तर पर एक अन्य जिलों में एक-एक नोडल अफसर को तैनात किया है, जो लंपी त्वचा रोग पर बराबर निगरानी रखे हैं। और सभी जिलों में 334350 वैक्सीन की आवश्यकता है और जबकि विभाग के पास केवल 96293 वैक्सीन ही उपलब्ध हैं। विभाग के निदेशक डा. प्रदीप शर्मा ने कहा कि लंपी त्वचा रोग से कमजोर पशु ज्यादा मर रहे हैं। और जहां यह वायरस फैला है, वहां पांच किलोमीटर के दायरे में पशुओं को वैक्सीन लगाई जा रही है। प्रदेश से लंपी त्वचा रोग की जांच के लिए राज्य के विभिन्न जिलों से एक अगस्त को भोपाल लैब में भेजे खून के नमूनों की जांच रिपोर्ट अभी नहीं पहुंची है।
एक ही लैब पर हिमाचल प्रदेश सहित देश के अन्य राज्य भी नमूनों की जांच के लिए पूरी तरह से निर्भर हैं। स्टेट नोडल अधिकारी डा. अरुण का कहना है कि पूरे उत्तर भारत में यह रोग फैला हुआ है। देश में केवल दो कंपनियां इस रोग की वैक्सीन बनाती हैं। इसके चलते वैक्सीन की पर्याप्त आपूर्ति नहीं हो पा रही है, लेकिन विभाग की ओर से पूरी कोशिश की जा रही है।
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