ममता बनर्जी और डॉक्‍टरों के विवाद ने पकड़ा तूल, डॉक्टरों की हड़ताल की गूंज अब दिल्ली तक पहुंच गई

पश्चिम बंगाल से शुरू हुआ CM ममता बनर्जी और डॉक्‍टरों के बीच हुए विवाद की आंच भारत की राजधानी दिल्‍ली तक पहुंच गई है. और यहां के अधिकांश निजी और सरकारी डॉक्‍टरों ने आज पश्चिम बंगाल में प्रदर्शन कर रहे अपने डॉक्‍टर साथियों के समर्थन में आज हड़ताल का ऐलान किया है. दिल्‍ली के सफदरजंग अस्‍पताल के भी रेजीडेंट डॉक्‍टर आज हड़ताल पर रहेंगे. बता दे की पश्चिम बंगाल में आज करीब 10 हजार डॉक्‍टर हड़ताल पर हैं. और महाराष्‍ट्र के भी रेजीडेंट डॉक्‍टर शाम 5 बजे तक सांकेतिक हड़ताल पर रहेंगे. और साथ ही मध्य प्रदेश में भी घटना का विरोध करते हुए डॉक्टर अस्‍पतालों में इलाज करेंगे. इसके अलावा देश के अधिकांश हिस्‍सों में डॉक्‍टर आज हड़ताल कर रहे हैं.

डॉक्टरों की हड़ताल की गूंज अब दिल्ली तक पहुंच गई हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने गुरुवार को मरीजों और उनके तीमारदारों से संयम बरतने का अनुरोध किया तथा घटना की निंदा की. और उन्होंने कहा कि कि वह सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के समक्ष डॉक्टरों की सुरक्षा का मुद्दा उठाऐंगे.

अब राष्ट्रीय राजधानी में भी कई निजी एवं सरकारी अस्पतालों के डॉक्टरों ने शुक्रवार आज काम करने का बहिष्कार करने का फैसला किया है और जिससे सेवाओं के प्रभावित होने का अंदेशा है. राष्ट्रीय राजधानी स्थित एम्स के रेजीडेंट डॉक्टरों ने बृहस्पतिवार को सांकेतिक प्रदर्शन करते हुए अपने सिर पर पट्टियां बांधकर काम किया.

आपको बता दे की पश्चिम बंगाल में हड़ताल कर रहे जूनियर डॉक्टरों ने दोपहर दो बजे तक भी काम पर लौटने के CM ममता बनर्जी के निर्देश को नहीं माना और कहा कि सरकारी अस्पतालों की सुरक्षा संबंधी मांग पूरी होने तक हड़ताल ऐसे ही जारी रहेगी. वहीं मुख्यमंत्री ने प्रदर्शनकारियों पर बरसते हुए विपक्षी भारीतये जनता पार्टी और माकपा पर उन्हें भड़काने तथा मामले को सांप्रदायिक रंग देने का आरोप लगाया.

बता दे चल रही डॉक्टरों की हड़ताल की वजह से कई सरकारी अस्पतालों एवं मेडिकल कॉलेजों अस्पतालों में तीसरे दिन भी आपातकालीन वार्ड, ओपीडी सेवाएं, पैथोलॉजिकल इकाइयां बंद रही. वहीं निजी अस्पतालों में भी चिकित्सकीय सेवाएं बंद रहीं. डॉक्टर कोलकाता में एनआरएस मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक मरीज की मौत के बाद भीड़ द्वारा अपने दो सहकर्मियों पर हमले के मद्देनजर प्रदर्शन कर रहे हैं.

भारतीय चिकित्सा संघ ने घटना के खिलाफ तथा हड़ताल पर डॉक्टरों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए शुक्रवार को ‘अखिल भारतीय विरोध दिवस’ घोषित किया है. इस बीच N.R.S मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के प्रधानाचार्य साइबल मुखर्जी तथा चिकित्सा अधीक्षक एवं उप प्रधानाचार्य प्रो सौरभ चटोपाध्याय ने संस्थान के संकट से निपटने में विफल रहने की वजह से इस्तीफा दे दिया है.

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